रविदास जयशंकर बिस्मिल्लाह मालवीय औ' गंगा तट। रविदास जयशंकर बिस्मिल्लाह मालवीय औ' गंगा तट।
कृष्ण की माया नगरी द्वारिका, कण-कण में भगवान बसे। कृष्ण की माया नगरी द्वारिका, कण-कण में भगवान बसे।
कुमार कार्तिकेय को स्वामीनाथ बोलकर सम्बोधन किया। कुमार कार्तिकेय को स्वामीनाथ बोलकर सम्बोधन किया।
अपनी इच्छाओं को जताया। मैं बैल हूँ तूने मुझे भगवान बनाया। अपनी इच्छाओं को जताया। मैं बैल हूँ तूने मुझे भगवान बनाया।
मुझे स्वच्छ नदी ही रहने दो यही बस मेरा श्रेय है। मुझे स्वच्छ नदी ही रहने दो यही बस मेरा श्रेय है।
शब्द धर्म है, शब्द ही है विज्ञान, शब्द ख़ुदा हैं, शब्द ही हैं श्रीराम। शब्द धर्म है, शब्द ही है विज्ञान, शब्द ख़ुदा हैं, शब्द ही हैं श्रीराम।